आयुर्वेद अनुसार के यह पौधा अनेक औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है ।यह पौधा सूखी और बंजर ज़मीन में विकसित होता है ।आयुर्वेद में इसको सनाय के नाम से जाना जाता है ।मुख्य रूप से यह पौधा सूडान देश में विकसित होता है ।प्राचीन काल से ही इस पौधे की पत्तियों और फलों का उपयोग आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बनाने के लिए किया जाता रहा है ।
आयुर्वेद के अनुसार यह एक झाड़ी के समान पौधा होता है । इस पौधे की ऊंचाई २ मीटर से ५ मीटर तक हो सकती है ।शरद ऋतू के अंदर इस पौधे के पीले फूल खिल उठते हैं जो बहुत ही सुंदर प्रतीत होते हैं।इस औषधीय गुणों से सम्पन पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती । इसके फल और बीजों का रंग भूरा होता है जिनका उपयोग अनेक आयुर्वेदिक औषधियाँ बनाने के लिए किया जाता है ।
अगर किसी व्यक्ति को श्वांस लेने और छोड़ने में परेशानी आती है तो उसके लिए सनाय का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है ।इसके उपयोग के लिए आपको ८ से १० ग्राम आंवला रस के अंदर २ से ३ ग्राम सनाय पौधे की छाल का चूर्ण मिश्रण करके सुबह खाली पेट रोजाना सेवन करना चाहिए, इस से आपकी श्वांस से संबंधित समस्याएं बहुत जल्दी खत्म हो जाती है ।इस प्रयोग का नियमित सेवन श्वांस नली की बीमारी ब्रोंकाइटिस को खत्म करने में मददगार साबित होता है ।
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार पेट की बिमारियों से ग्रसित व्यक्ति को सनाय का सेवन करना चाहिए ।यह उसके लिए फायदेमंद होता है । पेट की बीमारियां जैसे कब्ज ,गैस ,पेट दर्द और अल्सर आदि को बहुत जल्दी दूर करने में मददगार माना जाता है ।इसके उपयोग के लिए आपको २ से ३ ग्राम सनाय चूर्ण को सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से मल त्याग करने में कोई परेशानी नहीं आती और आपका पेट बिमारियों से सुरक्षित बना रहता है ।
आज कल की भागदौड़ और तनाव भरी ज़िंदगी में शरीर का बहुत जल्दी दर्द करने लग जाना सामान्य सी बात हो गयी है ।इस समस्या को दूर करने के लिए आपको सनाय का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है ।इसके उपयोग के लिए सनाय के ५ से ६ पत्तों का ५ से ६ ग्राम चूर्ण देसी गाय के १ चम्मच घी के साथ सुबह और शाम खाना खाने से १ घण्टा पहले रोजाना सेवन करने से आपकी शरीर की वेदना बहुत जल्दी खत्म हो जाती है और शरीर स्वस्थ बना रहता है ।
आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार अगर कोई मनुष्य किसी भी तरह के संक्रमण से ग्रसित हो गया है तो उसको सनाय का उपयोग करना फायदेमंद माना गया है ।इसके इस्तेमाल के लिए आपको २ से ३ ग्राम सनाय चूर्ण के साथ १ चम्मच शहद को १ गिलास गुनगुने पानी के अंदर मिश्रण करके सुबह खाली पेट सेवन करने से यह शरीर के अंदर हानिकारक संक्रमण को नष्ट कर, मूत्राशय के रास्ते बाहर नीकालने में सहायक साबित होता है ।
गलत खान पान और खराब दिनचर्या की वजह से लोग बहुत जल्दी कफ की समस्या से ग्रसित हो जाते हैं ।अगर समय पर इसका उपचार न किया जाए तो आगे चलकर यह जानलेवा बीमारी का रूप ले सकती है ।कफ को शरीर से नीकालने के लिए आपको आधा गिलास अनार के रस में ३ से ४ ग्राम सनाय चूर्ण का मिश्रण करके सुबह और शाम पीना चाहिए, इस से कफ बहुत जल्दी बाहर निकल जाती है ।इस प्रयोग का नियमित सेवन खांसी ,बलगम ,अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी को खत्म करने में मददगार माना गया है ।
आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार शरीर के अंदर यूरिक एसिड का बढ़ जाना ,कैल्शियम की कमी ,फास्फोरस की कमी आदि कारण गुर्दे की पथरी के हो सकते हैं ।इसके साथ साथ अगर बहुत ज्यादा भोजन किया जाए ,अत्यधिक मात्रा में विटामिन डी लिया जाए तो भी गुर्दे के अंदर पथरी हो सकती है । इस समस्या को दूर करने के लिए आपको खीरे के आधा गिलास पानी के अंदर ३ से ४ ग्राम सनाय चूर्ण का मिश्रण करके सुबह और शाम रोजाना सेवन करने से पथरी गल कर मूत्राशय के मार्ग से बाहर निकल जाती है ।यह प्रयोग गुर्दों को स्वस्थ और बिमारियों से मुक्त रखने में मददगार साबित होता है ।
एक शोध के अनुसार आज मनुष्य गलत खान पान फ़ास्ट फ़ूड और तला होआ भोजन बहुत ज्यादा सेवन करने लगा है परन्तु उसको यह नहीं पता कि यह भोजन उसकी पाचन क्रिया को खराब करने के साथ -साथ शरीर करे अंदर उनके बिमारियों को भी आमंत्रित करता है ।इस हानिकारक भोजन की वजह से लोग बहुत जल्दी बवासीर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं ।इस बीमारी को दूर करने और पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाए रखने के लिए आपको रात में ४ से ५ ग्राम सनाय चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ रोजाना सेवन करने से आपकी बवासीर की बहुत जल्दी खत्म हो जाती है ।
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार सनाय पेट को साफ रखने और संक्रमण से सुरक्षित रखने वाली लाभकारी औषधि मानी जाती है ।अगर आपका पेट साफ होगा तो आपका वजन भी कम होगा ।इसके उपयोग के लिए आपको सुबह खाली पेट ४ से ५ ग्राम सनाय चूर्ण का सेवन १ चम्मच निम्बू का रस मिश्रण करके गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होने लग जाती है और मोटापा बहुत जल्दी कम हो जाता है ।इस प्रयोग का नियमित सेवन वजन को संतुलित रखने में सहायक साबित होता है।
आयुर्वेद के अनुसार कब्ज को दूर करने वाली लाभकारी औषधियों में से एक सनाय होती है। कब्ज की समस्या से परेशान व्यक्ति को २ से ३ ग्राम सनाय चूर्ण के अंदर ३ ग्राम आंवला चूर्ण और चुटकी भर सैंधा नमक के साथ १ चम्मच मधु का मिश्रण करके रात को सोने से पहले रोजाना सेवन करने से आपकी कब्ज की समस्या दूर हो जाती है ।यह प्रयोग पाचन क्रिया को मजबूत बनाए रखने के साथ -साथ कब्ज की समस्या से बचाए रखने में लाभकारी साबित होता है ।
DR. Vikram Chauhan, MD - AYURVEDA is an expert Ayurvedic practitioner based in Chandigarh, India and doing his practice in Mohali, India. He is spreading the knowledge of Ayurveda Ancient healing treatment, not only in India but also abroad. He is the CEO and Founder of Planet Ayurveda Products, Planet Ayurveda Clinic, and Krishna Herbal Company. For more info visit our website: http://www.planetayurveda.com